What is rationale behind holding Home department's review meeting when DGP, CS not present: Tejashwi Yadav
Yadav, former deputy chief minister, who is currently the Leader of Opposition in Bihar Assembly, also said the 'absence of aforesaid officials showed how serious' the CM was with regard to law and order.
कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री हर बार उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक करने की सिर्फ औपचारिकता पूरी करते है। नीतीश जी का इक़बाल यह है कि प्रदेश में ऐसी प्रत्येक समीक्षा बैठक के बाद अपराध में और अधिक वृद्धि होती है क्योंकि अधिकारी एवं अपराधी भी ऐसी आडंबरपूर्ण बैठकों की असलियत जानते है।… pic.twitter.com/YUFJ8KEA3U