तीन महीने पहले गुजरात में हर दिन कोरोना के मरीज़ों की संख्या १४५० आती थी और आज भी १४५० ही मरीज़ों के आँकड़े जनता के सामने रखे जाते है तो फिर तीन महीने पहलें कर्फ़्यू या लॉकडाउन क्यू नहीं किया अभी ऐसा क्या है की कर्फ़्यू और रात्रि लॉकडाउन किया गया हैं। आँकड़े ग़लत है या फिर सरकार।
गुजरात में कोरोना महामारी की शुरुआत के तीन महीने हर दिन ४००/४५० के बीच मरीज़ों की संख्या बताई जाती थी, फिर तीन महीने ९००/९५० के बीच मरीज़ों की संख्या बताई गई और अभी पिछले तीन महीने से हर दिन १४००/१४५० के बीच मरीज़ों की संख्या बताई जा रही हैं। सरकार ने कुछ तो गड़बड़ किया हैं।