#Correction कल मन की बात के प्रसारण के दौरान ये खबर चली कि भारत में कोरोना के एक करोड़ मरीज़ों का इलाज हुआ। ये मानवीय भूल थी। हम साफ कर दें कि भारत में कोरोना मरीज़ों की संख्या इतनी ज्यादा नहीं है। इस गलती के लिए हमें खेद है। pic.twitter.com/bUk6VvhMwC