नेताओं के लिए सबसे आसान होता है आपके अंदर नफ़रती भावनाओं को भड़का कर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा साधा लेना। यह कैंपेन सबसे आसान होता है और भाजपा को इसमें महारत है
पर मैं झारखंडी हूँ - हमारे संस्कार हमें ऐसा करने की इज़ाज़त नहीं देते ना मैं ऐसा करूँगा।