सरकार को 3 वीरांगनाओं से इतना डर क्यों है कि पुलिस ने रातोंरात उन्हें उठा लिया। पता नहीं उन्हें कहां लेकर गए हैं? वीरांगनाएं मुख्यमंत्री @ashokgehlot51 जी से मिलने की गुहार ही तो लगा रही है। मिलकर उनकी बात सुनने से मुख्यमंत्री जी इतना क्यों घबरा रहे हैं?
सेज थाने के बाहर धरने पर बेठा।सरकार पुलिस के दम पर वीरांगनाओं की आवाज को दबा नहीं पाएगी। और ताकत के साथ निरंकुश और तानाशाही सरकार का प्रतिरोध किया जाएगा। pic.twitter.com/hWPVIoG3Kx
मैं अपने समर्थकों के साथ सामोद बालाजी के दर्शन करने जा रहा था, लेकिन सामोद थाना पुलिस ने मुझे रोका और मेरे साथ दुर्व्यवहार व हाथापाई की। क्या वीरांगनाओं के साथ खड़ा होना इतना बड़ा गुनाह है कि @ashokgehlot51 सरकार एक जनप्रतिनिधि के साथ इस तरह का आचरण कर रही है? pic.twitter.com/OqkuLH2ZcB