2. अतः विशुद्ध राजनीतिक व चुनावी स्वार्थ के लिए कांग्रेस ’जय बापू, जय भीम, जय मण्डल, जय संविधान’ आदि के नाम पर चाहे जितने भी कार्यक्रम क्यों न कर ले, बाबा साहेब के अनुयाई इनके किसी बहकावे में आने वाले नहीं हैं। वे जागरुक व सतर्क तथा अपने पैरों पर खड़े होने के लिए संघर्षरत हैं।
आज लखनऊ में मान्यवर कांशीराम साहेब के कुछ पुराने सहयोगी और कभी भाजपा कभी कांग्रेसी चमचे उदितराज ने साहेब के मिशन पर लंबा चौड़ा ज्ञान दिया है। जबकि उदितराज अपने स्वार्थ के लिए दूसरे दलों में मौका तलाशने के लिए कुख्यात है। उसे बहुजन मूवमेंट की चिंता सिर्फ इसलिए है ताकि वो किसी दल… https://t.co/Fp8lk500is