सादा जीवन उच्च विचार के विपरीत शाही अन्दाज में जीने वाले जिस व्यक्ति ने पिछले लोकसभा आमचुनाव के समय वोट की खातिर अपने आपको चायवाला प्रचारित किया था, वे अब इस चुनाव में वोट के लिये ही बड़े तामझाम व शान के साथ अपने आपको चोकीदार chowkidar घोषित कर रहेे हैं। देश वाकई बदल रहा है?