विजयदशमी का पर्व अच्छाई की उस अडिग भावना का उत्सव है, जो हर युग में अन्याय और अहंकार के सामने डटकर खड़ी रही है। यह दिन हमें सिखाता है कि चाहे राह कितनी भी कठिन क्यों न हो, अंत में विजय सच्चाई और संयम की ही होती है। असत्य पर सत्य और अन्याय पर न्याय की विजय के उत्सव के रूप में मनाए… pic.twitter.com/9LNKnXSOlm