1. माननीया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा संसद के बजट सत्र के पहले दिन आज अभिभाषण में केन्द्र की ओर से कही गई बातें तथा किए गए दावे देश की 100 करोड़ से अधिक महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी आदि से त्रस्त जनता की सान्त्वना व शान्ति के लिए बहुत ही कम। लोग सुखी होंगे तभी देश बढ़ेगा।