इटावा में सुमेर सिंह किले के पासवाले बड़े-छोटे पहाड़ क्या बड़े-छोटे अधिकारी के साथ ही बस्ती-गोरखपुर की तरफ़ ट्रांसफ़र कर दिये गये हैं?
अधिकारी तो नये आ जाएँगे लेकिन भ्रष्टाचार के फावड़े से काटकर गुम कर दिया गया और मिलीभगत से काट-बाँटकर गायब कर दिया गया, चंबल के बीहड़ का पहाड़… pic.twitter.com/tPb2YXQY5J