प्रधानमंत्री झूठ के अद्वितीय प्रचारक तो हैं ही, अब ऐसा लगता है कि वह अपना मानसिक संतुलन भी खो बैठे हैं। वह सांप्रदायिक पूर्वाग्रहों और आपसी द्वेष को फैलाने, नफ़रत की भावनाओं को उकसाने और भड़काने के लिए राहुल गांधी के हर बयान को दुर्भावनापूर्ण और शरारती तरीके से तोड़-मरोड़ कर पेश…